करनाल
करनाल के कुछ लोगों ने धोखाधड़ी और जालसाजी से प्रॉपर्टी आईडी पर अपना नाम दर्ज करवाकर मकान की फर्जी रजिस्ट्री करवा ली। पीड़ित पिछले 24 वर्षों से अपने मकान में रह रहे हैं। मकान को उन्होंने अपनी मेहनत और बैंक से लोन लेकर खरीदा था। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को मामले की शिकायत की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। करनाल के अर्जुन नगर लिंक रोड निवासी कृष्ण कुमार चौधरी ने पुलिस अधीक्षक को दी गई शिकायत में बताया है कि उनका मकान पिछले 24 साल से उनके नाम पर है और उन्होंने 2000 में इसकी रजिस्ट्री करवाई थी। जब वह बीती 15 जनवरी को करनाल नगर निगम में प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने गए, तो उन्हें पता चला कि उनकी प्रॉपर्टी आईडी पर अन्य लोगों का नाम दर्ज हो गया है। शिकायतकर्ता के अनुसार दोषी व्यक्तियों ने मिलकर धोखाधड़ी और जालसाजी से उनकी पुरानी प्रॉपर्टी आईडी का इस्तेमाल करके 18 अप्रैल 2022 को फर्जी रजिस्ट्री करवा ली और नगर निगम में इसे जमा करके अपने नाम दर्ज करवा लिया। कृष्ण कुमार का कहना है कि इन दोषियों का उनके मकान से कोई लेना-देना नहीं है, और उन्होंने कभी इन व्यक्तियों को देखा तक नहीं है। इस मामले में पुलिस ने जांच के बाद सिविल लाइन थाना में धारा 419 और 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी बलराज सिंह ने बताया कि कृष्ण कुमार की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की निष्पक्षता से जांच की जाएगी और तथ्यों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।