पानीपत
पानीपत में लाख कोशिशों के बाद भी जिला योजनाकार विभाग के अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही। कई बार लोगो ने शिकायत के माध्यम से संबंधित विभाग के अधिकारियो को सूचित भी किया है की किस प्रकार से कृषि भूमि पर अवैध कॉलोनियां बनाकर और गोदाम बनाकर बेचे जा रहे है। वही सरकार को लाखो करोड़ो के राजस्व का नुकशान हो रहा है। पर संबंधित विभाग के कर्मचारी और अधिकारी कुम्बकरणीय नींद सो रहे है। और वही भूमाफिया चांदी कूट रहे है।
जब धरातल पर हमारी टीम द्वारा इसकी जाँच पड़ताल की गई तो पाया की शहर केडीटीपी विभाग के निचले सतर के अधिकारी, प्रॉपर्टी डीलर, राजनितिक लोग, सामाजिक लोग मिलकर इस काम को अंजाम दे रहे है। हाल ही में महिलपाल ढांडा ने खास बातचीत में बताया था कि जो भी अधिकारी गलत तरीके से काम करता मिला तो उसे तुरंत प्रभाव से ससपेंड और क़ानूनी करवाई की जाएगी। बड़ा बात ये है की विभाग में डीटीपी सुनील अंतिल थे तब कोई भी अवैध निर्माण बनने की अनुमति नहीं थी और न ही कोई बिना इजाजत के बना सकता था। और कोई बनाता था तो उस पर तुरंत करवाई की जाती थी।
एक्शन मोड में राज्य मंत्री महिपाल ढांडा, अब किसी काम में नहीं होगी कोई चूक
लेकिन जब से यह चार्ज प्रवीन चौहान के हाथ में आया है तब से अवैध निर्माण रुकना का नाम नहीं ले रहे जब इस मामले में प्रवीन चौहान से बातचीत की गई तो उनका कहना था किसी प्रकार की तोड़फोड़ नहीं करेंगे और जो निर्माण हो रहे है उनके मालिकों पर FIR दर्ज करने की बात कही है। अब देखना ये होगा की सरकार को करोड़ो रूपये का चुना लगाने वाले इन भूमाफियो पर कब एक्शन लेगी सरकार।
इस मामले में पुराणी तहसील में कार्यरत विजेंदर कौशिक कानूनगो भी इसमें संलिप्त बताय जा रहे है। जो की अपने चहेतो और रिश्तेदारों को अवैध रूप से लाभ दिलाना का काम कर रहे है।