हरियाणा
सर्वजन हिताय की जगह बहुजन हिताय पर फोकस करने के साथ ही मायवती अब राहुल गांधी के आरक्षण वाले बयान को लेकर हमलावर हैं. राहुल गांधी का आरक्षण पर बयान आते ही मायवती ने सोशल मीडिया प्लॅटफॉर X पर पोस्ट शेयर कर कांग्रेस पर बड़ा हमला बोल दिया. उन्होंने लिखा कि ‘केन्द्र में काफी लम्बे समय तक सत्ता में रहते हुए कांग्रेस पार्टी की सरकार ने ओबीसी आरक्षण को लागू नहीं किया और ना ही देश में जातीय जनगणना कराने वाली यह पार्टी अब इसकी आड़ में सत्ता में आने के सपने देख रही है. इनके इस नाटक से सचेत रहें जो आगे कभी भी जातीय जनगणना नहीं करा पाएगी। अब कांग्रेस पार्टी के सर्वेसर्वा राहुल गांधी के इस नाटक से भी सर्तक रहें जिसमें उन्होंने विदेश में यह कहा है कि भारत जब बेहत स्थिति में होगा तो हम SC, ST, OBC का आरक्षण खत्म कर देंगे. इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस वर्षों से इनके आरक्षण को खत्म करने के षडयंत्र में लगी है. इन वर्गों के लोग कांग्रेसी नेता राहुल गांधी के दिए गए इस घातक बयान से सावधान रहें, क्योंकि यह पार्टी केन्द्र की सत्ता में आते ही, अपने इस बयान की आड़ में इनका आरक्षण जरूर खत्म कर देगी. ये लोग संविधान व आरक्षण बचाने का नाटक करने वाली इस पार्टी से जरूर सजग रहें. हालांकि राहुल गांधी ने अपने बयान पर सफाई दी तो मायावती और भी ज्यादा हमलवार हो गईं. उन्होंने लिखा ‘कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अब यह सफाई कि वे आरक्षण के विरुद्ध नहीं हैं स्पष्टतः गुमराह करने वाली गलतबयानीय. केन्द्र में बीजेपी से पहले इनकी 10 साल रही सरकार में उनकी सक्रियता में इन्होंने सपा के साथ मिलकर SC/ST का पदोन्नति में आरक्षण बिल पास नहीं होने दिया इसका यह प्रमाण है. इनके द्वारा देश में आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत से बढ़ाने की बात भी छलावा, क्योंकि इस मामले में अगर इनकी नीयत साफ होती तो कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों में यह कार्य जरूर कर लिया गया होता. कांग्रेस ने न तो ओबीसी आरक्षण लागू किया और न ही SC/ST आरक्षण को सही से लागू किया. इससे स्पष्ट है कि जब कांग्रेस सत्ता में नहीं होती है तो इन उपेक्षित SC/ST/OBC वर्गों के वोट के स्वार्थ की खातिर इनके हित व कल्याण की बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन जब सत्ता में रहती है तो इनके हित के विरुद्ध लगातार कार्य करती है। ये लोग इनके इस षडयंत्र से सजग रहें.” बता दे राहुल गांधी का आरक्षण को लेकर दिया गया बयान बसपा के लिए संजीवनी साबित हो सकता है, क्योंकि पार्टी इसे हरियाणा विधानसभा चुनाव में जमकर उछालने की तैयारी में है. इतना ही नहीं यूपी उपचुनाव में भी पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि आरक्षण के मुद्दे को दलितों के बीच तक पहुंचाया जाए. इसकी वजह भी खास है. कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में बसपा के दलित वोट बैंक में जो सेंधमारी हुई उसका सबसे ज्यादा फायदा कांग्रेस को मिला. दलित वोट बैंक में बिखराव मायावती के लिए सबसे बड़ी चिंता है. अब राहुल के बयान को मायावती हथियार के तौर पर चुनाव में इस्तेमाल करती नजर आ सकती हैं.