पानीपत
पानीपत में एक मां ने अपने बच्चे को नहर में फेंक दिया। महिला पहले बच्चे को गोद में लेकर नहर के किनारे पहुंची। कुछ ही देर तक रुकी इसके बाद उसने बच्चे को पानी में फेंक दिया। यह देख स्थानीय लोगों ने तुरंत महिला को पकड़ लिया। मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मां को अपनी हिरासत में ले लिया। साथ ही नहर में बच्चे की तलाश शुरू कर दी है। साथ ही पुलिस ने आगे की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला गांव गढ़ी सिकंदरपुर स्थित नहर का है। जहां पूजा नाम की महिला ने इस वारदात को अंजाम दिया है। वह मूल रूप से गांव काबड़ी की रहने वाली है। पूजा की शादी करीब 5-6 साल पहले सोनू निवासी मतलौडा से हुई थी। परिवार वालों के अनुसार पूजा की मानसिक हालत बिल्कुल भी ठीक नहीं है। उसका काबड़ी स्थित एक निजी अस्पताल में दिमागी बीमारी का इलाज चल रहा है। करीब डेढ़ साल पहले वह मां बनी थी। उसने एक बेटे को जन्म दिया था। पूजा पिछले कुछ दिनों से अपने मायके में थी। वह यहां अपनी दवाई लेने आई थी। रविवार सुबह करीब 10 बजे वह अपने बेटे को गोद में लेकर घर से निकली। घरवालों को उसके जाने की जानकारी नहीं थी। वह सीधे गांव सिकंदरपुर के पास से गुजर रही नहर के किनारे पहुंची। वहां पहुंचते ही उसने अपने बच्चे को नहर में फेंक दिया। यह सब होते देख वहां मौजूद एक चाय वाले ने महिला को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। पति ने पुलिस को दिए ये बयान गांव धर्मगढ़ निवासी पति सोनू ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी पूजा काफी समय से मानसिक रूप से परेशान चल रही है। 18 अगस्त को सुबह 7 बजे वह गांव गढ़ी सिकंदरपुर निवासी बिमला से मिलने नहर की पटरी के किनारे जा रही थी। अचानक उसकी पत्नी पूजा का पैर फिसल गया। जिससे उसका बेटा अंकुश नहर में गिर गया। तब से वह पानी में लापता है। सोनू ने बताया कि उसका बेटा लकवाग्रस्त और अंधा है। उसकी उम्र साढ़े 3 साल है।