पानीपत
पेरिस ओलंपिक में पानीपत के गांव अदियाना की निशा दहिया कुश्ती में चोट के कारण मैच हार गई। निशा की हार के बाद परिवार और गांव में मायूसी का माहौल है। निशा की माँ और भाई भी निशा की हार से दुखी है। निशा की माँ ने कहा कि निशा फाइटर है ठीक होने के बाद फिर से लड़ेगी। निशा दहिया पानीपत के गांव अदियाना की रहने वाली है। निशा दहिया कुश्ती में चोट के कारण मैच हार गयी। निशा दहिया ने रोते हुए पूरी रात दर्द सहन किया।भारत को मेडल की उम्मीद एथलेटिक्स में सबसे अधिक है। पेरिस ओलंपिक अपने मध्य पड़ाव तक पहुंच चुका है, लेकिन अभी तक भारतीय खिलाड़ी ब्रॉन्ज मेडल से आगे नहीं जा पाए हैं, लेकिन पानीपत की निशा दहिया ने कुश्ती में कमाल किया था। उन्होंने प्री क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की रेसलर को हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। हालांकि इसके बाद क्वार्टर फाइनल में उन्होंने शानदार खेल दिखाया। पहले राउंड में दक्षिण कोरिया की रेसलर से 8 -1 से आगे थी। वह दूसरे राउंड में उनके हाथ में गंभीर चोट लग गई। जिसके बाद उन्होंने रोते हुए मुकबला पूरा किया। हालांकि वह ये मुकाबला हार गईं, लेकिन दिल जीत लिया। निशा दहिया ने फ़ोन पर अपनी माँ से भी बात की।
बेटी की हार से दुखी हुई मां
वहीं निशा के खेल के बाद उनकी मां ने कहा कि चोट लगने से निशा दहिया मैच हार गई। निशा दहिया की मां बोली कि उनका मन बहुत दुखी है, लेकिन मेडल की उम्मीदें बरकरार रहेंगे। निशा की मां ने बताया कि उनके हाथ में बहुत ज्यादा चोट है, ठीक होने में 5 महीने का समय लगेगा। निशा 5 महीने बाद फिर मैट पर दिखाई देंगी। निशा दहिया की मां ने कहा कि पहला मैच थोड़ा टफ था, लेकिन निशा दूसरा मैच एक तरफा जीतने की ओर बढ़ रही थी। निशा ओलंपिक की विदेशी कोच के साथ दिन-रात मेहनत कर रहीं थीं। ओलंपिक में जाने से पहले बोलकर गई थी कि इस बार पक्का मेडल जीत कर आऊंगी और परिवार के लोगों को भी पूरी आस थी की मेडल आएगा। मां ने कहा कि दो दिन बाद बेटी का घर पहुंचने पर निशा दहिया का सम्मान करेंगे।