पानीपत
सीआईए थ्री पुलिस टीम ने आर्य नगर निवासी युवक व उसके परिचितों से कंपनी में निवेश करवाने व नौकरी देने के नाम पर करीब 3 करोड़ की ठगी करने वाले आरोपी को सोमवार देर शाम यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान अमित शर्मा निवासी राज नगर एक्सटेंशन गाजियाबाद यूपी के रूप में हुई। सीआईए थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि थाना पुराना औद्योगिक में कुलदीप पुत्र मांगा राम निवासी आर्य नगर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह एक्साइज एंड टेक्सेशन विभाग से सेवानिवृत है। उसके बेटे सुमित की यूपी के गाजियाबाद निवासी अमित शर्मा के साथ जान पहचान हुई थी जो बाद में उनके घर भी आता था। वह अपने आप को रॉ का एजेंट बताता था और अमित शर्मा उर्फ मेजर अभिमन्यू के नाम से बना अपना आईकार्ड भी दिखाया था। सितम्बर अक्तुबर 2021 में अमित शर्मा अपनी पत्नी हरजित कौर के साथ उनके पर घर आया। दोनों ने कागजात दिखाते हुए कहा की उन्होंने एक कंपनी बनाई है। कंपनी काफी तरक्की पर है। इसमें अलग अलग पॉलिसी बनाई है। कंपनी में जो कोई व्यक्ति 10 लाख या उससे ज्यादा का निवेश करेंगा उसके परिवार के एक सदस्य को कंपनी में अच्छी पोस्ट देने के साथ ही पोस्ट के हिसाब से सैलरी दी जाएगी।
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उनको कंपनी में निवेश करने के लिए कहा और प्रलोभन दिया कि आपके बेटे व पुत्र वधु को डायरेक्टर के पद पर शामिल कर लेंगे। बेटा व पुत्रवधु बेरोजगार थे तो उसने अमित की बातों पर विश्वास करते हुए अलग अलग समय में अमित व उसकी पत्नी हरजीत कौर के खाते में 95 लाख रूपये ट्रांसफर कर दिए। इसके कुछ दिन बाद दोनों उनके घर आए और कंपनी की शेयर होल्डिंग व पोस्ट के नाम पर बेटे व पुत्र वधु के कोरे कागजों और स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिए और इसके साथ पैन कार्ड, आधार कार्ड व फोटो ले गए। और कुछ ही दिन में शेयर व नियुक्ति पत्र मिलने की बात कही। इसके कुछ दिन बाद अमित फिर से मिलकर कहने लगा कि कंपनी में और ज्यादा फंड की जरूरत है। कंपनी निवेश के पैसे डबल करने और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की गारंटी देती है। अमित शर्मा ने उससे जानकारों व रिश्तेदारों को कंपनी में शामिल व निवेश करवाने की बात कही। विश्वास कर उसने अपने कई जानकारों को अमित से मिलवाया। अमित शर्मा ने कंपनी की स्कीम के बारे बताकर निवेश के नाम पर इनमें से करीब 20 लोगों से पैसे ले लिए।
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किसी को भी कंपनी से कोई फायदा व पोस्ट ना मिलने पर उन्होंने अमित व हरजित से बात की दोनों ने कंपनी की पॉलिसी में बदलाव होने की बात कहते हुए कुछ दिनों में पोस्ट देने का आश्वासन दिया। इसके बाद दोनों ने उसकी पुत्र वधु की ई मेल आईडी बना ली। बाद में पुत्र वधु को आईडी पासवर्ड देकर आने वाली ई मेल का जवाब देने के लिए कहा गया। पुत्रवधु ने मेल चेक की तो संदेह होने पर उसने ऐतराज किया तो अमित शर्मा ने उसका एक्सेस बदलकर बेटे सुमित को दे दिया। बाद में पता चला आरोपी अमित के पास कोई भी रजिस्टर्ड कंपनी नही है। आरोपी व उसकी पत्नी ने मिलकर साजिश रचकर फर्जी कंपनी में निवेश करवाने व नौकरी देने के नाम पर उनसे व उनके परिचितों व रिश्तेदारों के साथ करीब 3 करोड़ रूपये की ठगी कर ली। कुलदीप की शिकायत पर थाना पुराना औद्योगिक में अभियोग दर्ज कर पुलिस ने जांच व आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे। इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि पूछताछ में आरोपी अमित शर्मा ने ठगी की उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। गहनता से पूछताछ करने व ठगी गई नगदी बरामद करने के लिए पुलिस ने मंगलवार को आरोपी को माननीय न्यायालय में पेश किया जहां से उसे 7 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया।