हिसार
हिसार के गांव ढंढूर में एक ही परिवार के 3 सदस्यों ने जहर निगलकर आत्महत्या कर ली। मृतकों में दादा-दादी व पौता शामिल है। परिवार करी ब 10 साल से गांव ढंढूर के पास बीड़ के खेतों को ठेके पर लेकर खेती करता था। यह जमीन हिसार निवासी किसी व्यक्ति की बताई जा रही है। ठेके पर जमीन लेकर खेती करने के बाद भी जब जमीन मालिक ने हिसाब नहीं किया, परिवार परेशान था और जहर खाकर जान दे दी। जानकारी अनुसार गांव ढंढूर निवासी प्रताप (65), उसकी बिमला (60) और पौते नसीब को जहर खाने के बाद नागरिक अस्पताल भर्ती करवाया गया। यहां पर इलाज के दौरान पहले पौते और इसके बाद उसके दादा-दादी ने भी दम तोड़ दिया। एक साथ तीन मौतों से गांव में लोग सदमे में है। बताया जा रहा है कि प्रताप मूल रूप से गांव डाबड़ा का रहने वाला था। वह ढंढूर गांव में रह कर ठेके पर जमीन लेकर खेती करता था। वह पूरे खेत संभालता था और बदले में उसे पैदावार के 10वां हिस्सा मिलता था। इससे पूरे परिवार का गुजारा होता था। प्रताप का बेटा नशे का आदि था और उसका पत्नी से तलाक हो चुका है। इस कारण प्रताप का पौता नसीब, दादा प्रताप और दादी बिमला के साथ रहता था।प्रताप का बेटा कई दिनों तक नशे के कारण घर नहीं आता था। पूरे परिवार की जिम्मेदारी प्रताप के ऊपर थी।
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बताया जा रहा है पौते नसीब के माता-पिता का कई साल पहले तलाक हो चुका है। इसके बाद पिता ने दूसरी शादी की और वह भी नहीं चल सकी। इसके बाद पिता नशे का आदि हो गया। जब परिवार ने जगह निगला तो बेटा घर पर नहीं था। वहीं सदर थाना पुलिस कार्रवाई करने में जुटी है।