पानीपत
7 महीने के बाद आज फिर से हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का बुलडोज़र चला। विभाग ने अवैध कब्जो को खाली कराए जाने को लेकर हर हफ्ते सोमवार बुधवार व शुक्रवार को रोस्टर तैयार कर दिया। एक माह के दौरान की जाने वाली कार्रवाई की पूरी सूचि तैयार कर ली है। इसमें आर्य नगर, ज्योति कॉलोनी से लेकर सेक्टर्स में ग्रीन बेल्ट पर कब्जे है। जिला प्रशासन ने इस पर करवाई के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी नियुक्त कर दिए है।
7 महीने बाद आज फिर चला HSVP का बुलडोजर
एक तरफ तो सरकार लोगों को रहने के लिए अवैध कॉलोनियो को वैध करने की बात कह रही है वही दूसरी तरफ लगभग 40 सालो से बसे लोगों का घर उजाड़ने पर तुली है, मामला पानीपत के ज्योति कॉलोनी और आर्य नगर का है जहा पर लोग लगभग 40 सालो से यहां रह रहे है। अब सरकार इन दोनों जगह पर पीला पंजा चलाने की तैयारी में है। इस बारे में यह रहने वाले परिवारों को नोटिस भी दिए गए है।
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विभाग के पास नहीं है कोई निशानदेही
स्थानीय लोगों से हमने जाना कि वो यहां लगभग 40 सालो से यहा रह रहे है। लोगों के पास घरों के कागजात और रजिस्ट्री इंतकाल, प्रॉपर्टी आईडी भी मौजूद है और कुछ लोग तो ऐसे मिले जिन्होंने सेक्शन 4 लगने के 26 साल बाद भी रजिस्ट्री व इंतकाल अपने नाम करवाए है। लोगों का कहना है की वो समय-समय पर वो प्रॉपर्टी टैक्स भी भरते है। साथ ही बताया कि विभाग के द्वारा जो अधिकरण का मुआवजा दिया गया था वो भी उन्होंने स्वीकार नहीं किया है। लोगों का कहना है अधिग्रहण के बाद 12 साल तक अगर कोई जमीन पर अपना कब्ज़ा नहीं ले पाता है तो उस पर जो आदमी रह रहा है उस पर उसी का कब्ज़ा होगा ये सुप्रीम कोर्ट की डायरेक्शन है। रेवेन्यू विभाग के पास इस भूमि के सम्बंधित कोई सिजरा नहीं है और न इस भूमि की निशानदेही हो सकती है तो फिर विभाग बिना किसी निशानदेही के कैसे पीला पंजा चला सकता है।